Friday, May 31, 2024

दीनाभाना वाल्मीकि के जयंती पर कोटि-कोटि नमन।

राष्ट्रीय समाज की आन-बान और शान मान्यवर दीनाभाना वाल्मीकि जी के जयंती पर कोटि-कोटि नमन। विडम्बना है कि मान्यवर कांशी राम जी के योगदान का गुणगान करने वाले इस महापुरुष का ज़िक्र करना अपनी शान के ख़िलाफ़ समझते है,।यह शख्स हैं जयपुर, राजस्थान में 28 फरवरी 1928 को जन्मे राष्ट्रीय समाज के मा० दीना भाना वाल्मीकि जी। इन्होने मान्यवर कांशीराम साहब को बाबासाहब के विचारो से प्रेरित किया, मा० कांशीराम साहब ने बाबा साहब के विचारो को पूरे भारत में फैलाया।

राष्ट्रीय समाज के दीनाभाना जी जिद्दी किस्म के शख्स थे बचपन मे उनके पिताजी सामंतीओ के यहां दूध निकालने जाते थे इससे उनके मन मे भी भैंस पालने की इच्छा हुई उन्होने पिताजी से जिद्द करके एक भैस खरीदवा ली लेकिन जातिवाद की वजह से भैस दूसरे ही दिन बेचनी पडी. कारण ? जिसके यहा उनके पिताजी दूध निकालने जाते थे उससे देखा नहीं गया उनके पिताजी को बुलाकर कहा तुम छोटी जाति के लोग हमारी बराबरी करोगे तुम भंगी लोग सुअर, भेड़ बकरी पालने वाले भैस पालोगे यह भैस अभी बेच दो उनके पिता ने अत्यधिक दबाब के कारण भैस बेच दी। यह बात राष्ट्रीय समाज के दीनाभाना जी के दिल मे चुभ गयी उन्होने घर छोड दिया और दिल्ली भाग गए।

वहां उन्होने बाबासाहब के भाषण सुने और भाषण सुनकर उन्हे यह लगा कि यही वह शख्स है जो इस देश से जातिवाद समाप्त कर सकता है।दीनाभानाजी ने बाबासाहब के विचार जाने समझे और बाबासाहब के निर्वाण के बाद भटकते भटकते पूना आ गये और पूना मे गोला बारूद फैक्टरी (रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन – DRDO) मे सफाई कर्मचारी के रूप मे सर्विस प्रारंभ की। जहां मा० कांशीराम साहब पंजाब निवासी आॅफिसर थे लेकिन कांशीराम जी को बाबासहाब कौन हैं ? यह पता नही था। उस समय अंबेडकर जयंती की छुट्टी की वजह से राष्ट्रीय समाज के दीनाभाना जी ने इतना हंगामा किया कि जिसकी वजह से राष्ट्रीय समाज के दीनाभाना जी को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया। इस महापुरुष का परिनिर्वाण पूना में 29 अगस्त 2006 को हुआ। यदि राष्ट्रीय समाज के दीनाभाना जी न होते तो मान्यवर कांशीराम नही होते और न ही व्यवस्था परिवर्तन हेतु अंबेडकरवादी जनान्दोलन चल रह होता। इस देश में जय भीम! का नारा भी गायब हो गया होता सभी राष्ट्रीय समाज के भाईयो से निवेदन है कि अपने महापुरुष रामायण के रचयिता वाल्मीकिजी एवं मा० दीनाभान वाल्मीकि जी से प्रेरणा लेकर सत्यशोधन !समाजप्रबोधन!! राष्ट्रसंघटन!!! के सिध्दांतो पर चल कर अपनी व अपने राष्ट्रीय समाज की उन्नति में एक मिसाल कायम करने का प्रयास करें.

डेडीकेशन , डिटरमिनेशन, और डिवोशन के माध्यम से क्रियाशील होना होगा : महादेव जानकर

 अपनी राजसत्ता के लिए हमे अपने राष्ट्र और  राष्ट्रीय समाज के प्रति  3 D यानी डेडीकेशन , डिटरमिनेशन, और डिवोशन के माध्यम से क्रियाशील होना होगा ।  ,

 राष्ट्रनायक महादेव जानकर राष्ट्रीय अध्यक्ष राष्ट्रीय समाज पक्ष 







चेन्नई तमिलनाडु में दिनांक 26 मई 2025 को अखिल भारतीय बैंक ऑफ बड़ौदा ओबीसी कर्मचारी एसोसिएशन के 8वें अखिल भारतीय महासम्मेलन और  30वीं वर्षगांठ के अवसर पर राष्ट्रीय समाज पार्टी की तरफ से राष्ट्र नायक महादेव जी जानकर साहब मुख्य अतिथि तथा सम्मानित अतिथि के रूप में  के रूप में थिरू थोल थिरुमावलन जी  संसद सदस्य थिरु जी करुणानिधि राष्ट्रीय महासचिव आल इंडिया ओबीसी कर्मचारी महासंघ ,थिरु बालाजी विधायक तमिलनाडु, थिरु नटराजन प्रमुख संपादक मंडल वॉयस ऑफ ओबीसी , थिरू एस एल अक्कीसागर राष्ट्रीय अध्यक्ष राष्ट्रीय समाज एम्प्लॉय फेडरेशन , थिरू कुमार सुशील राष्ट्रीय महासचिव राष्ट्रीय समाज पक्ष उपस्थित रह कर आल इंडिया बैंक ऑफ़ बड़ौदा ओबीसी एम्प्लॉय एसोसिएशन के देश भर के प्रत्येक जिले से  उपस्थित हजारों अधिकारी , कर्मचारी भाई बहनों को संबोधित करते हुए राष्ट्रनायक महादेव जानकर ने अपने संबोधन में कहा की "देवियो और सज्जनो, जय भारत, आज अखिल भारतीय बैंक ऑफ बड़ौदा ओबीसी कर्मचारी कल्याण संघ की 8वीं अखिल भारतीय परिषद और 30वीं वर्षगांठ समारोह के अवसर पर मैं राष्ट्रीय समाज पार्टी की ओर से हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। मैं इस संगठन के अध्यक्ष श्री अमित जादव, महासचिव श्री जॉर्ज फर्नांडिस और पूरी कार्यकारिणी को इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में मुझे आमंत्रित करने के लिए धन्यवाद देता हूं।

आप सभी आज यहां एक ऐसे समाज का प्रतिनिधित्व करने के लिए इकट्ठा हुए है जिसकी पीढ़ियों ने इस देश को गढ़ने का काम सदैव पूरे ईमानदारी से किया है आज वह समाज इस देश के मूलभूत सरचना रीढ़ की हड्डी की तरह अपनी भूमिका निभा रहा है यह समाज एक दाने से हज़ार दाने पैदा करने की ताकत रखता है  यह समाज देने वाला समाज रहा है मैं इस समाज को राष्ट्रीय समाज मानता हूं क्योंकि राष्ट्र निर्माण, समाज निर्माण ही इस समाज का पुश्तैनी व्यवसाय रहा है ।   लेकिन खेद का विषय है पूरे भारत  54 % इसकी आबादी होने के बावजूद आज तक स्वतंत्र भारत में इसे अपने अधिकारों के लिए सदैव मांगने की भूमिका में ही रहना पड़ा है । यहा तक की आपके बैंक को ही देख ले आज तक एक सीजीएम आपको इस राष्ट्रीय समाज का नही बन पाया या नहीं बनाया गया । मैं अभी परभणी लोकसभा चुनाव 2024 में राष्ट्रीय समाज पक्ष के उम्मीदवार के रूप लड़ रहा था । मेरा अपना अनुभव मैं आप सभी से साझा करना चाहता हूं , मुझे एक 80 वर्ष की  बुजुर्ग महिला से मिलने का मौका मिला जो मेरे प्रतिद्वंदी उम्मीदवार का विगत कई चुनावों वह उनकी कट्टर प्रचारक बन प्रचार करती थी लेकिन इसबार जब मेरे प्रतिद्वंदी उसके पास गए तो उसने निर्भीकता पूर्वक कहा की ," मैं आजतक आपका प्रचार नही करती थी आप मेरे पार्टी के सहयोगी होते थे और इसलिए मैं आपका प्रचार करती थी मैं सिर्फ अपने पार्टी ,भारतीय जनता पार्टी के लिए काम करती हूं मेरे लिए मेरे पार्टी का प्रधानमंत्री बनना चाहिए यह मायने रखता है, कौन प्रधानमंत्री है यह मायने नहीं रखता । मैं उसके लिए काम करूंगी और इस बार राष्ट्रीय समाज पक्ष और महादेव जानकर हमारे गठबंधन में है ,  मैं सिर्फ महादेव जानकर के लिए प्रचार करूंगी।" क्या यह सोच हमारे समाज में है????? ....विचार कीजियेगा । ऐसे हजारों उदाहरण है । इसका मूलभूत कारण क्या है ? यह चिंतन का विषय होना चाहिए । कब तक हम मांगने वाले बने रहेंगे ... अरे हम देनेवाले समाज के बेटे है मांगनेवाले समाज से नही है हम   , एक कहावत है "जिस बाप का बेटा लायक होता है उस बाप की कद्र होती है , जिस बाप का बेटा नालायक होता है उसकी बेइज्जती होती है" हमारे पुरखे  स्वामी विवेकानंद, महात्मा ज्योतिबा फुले,नारायण गुरु, शाहूजी महाराज, महारानी अहिल्यादेवी होलकर,  पेरियार रामास्वामी, कर्पूरी ठाकुर,बीपी मंडल, विश्वनाथ प्रताप सिंह , अर्जुन सिंह जैसे सामाजिक राजनैतिक पुरोधा रहे है विचारो की क्रांति से उन्होंने इस देश को सींचा है हम सबको उनकी विरासत को आगे ले जाने की जिम्मेदारी उठानी होगी ।  "राष्ट्र ही देव राष्ट्र ही जाति राष्ट्र ही धर्म हमारा । राष्ट्र बने बलशाली यह भाषा सूत्र हमारा।" के सिद्धांत पर चलते हुए , हमे अपने राष्ट्र और  राष्ट्रीय समाज के प्रति  3 D यानी डेडीकेशन , डिटरमिनेशन, और डिवोशन के माध्यम से क्रियाशील होना होगा ।  मैं इस संगठन के अध्यक्ष श्री अमित जाधव, महासचिव श्री एम को धन्यवाद देना चाहता हूं .  जॉर्ज फर्नांडीस व्यक्तिगत रूप से कोषाध्यक्ष सी जयकुमार और पूरी कार्यकारिणी को धन्यवाद देते हैं।"

आटपाडी माण तालुक्यात वादळी पावसाचा तडाखा

आटपाडी माण तालुक्यात वादळी पावसाचा तडाखा

जीवितहानी वितीयहानीने नुकसान

16 मे 2024 रोजी आटपाडी,  माण तालुक्यात आज सायंकाळी पाचच्या सुमारास विजांच्या कडकडाटासह, तुफान वादळीवाऱ्यासह पावसाला सुरुवात झाली. काही क्षणातच मोठी झाडे उन्मळून पडली. घरांचे पत्रे उडाले. झाडाच्या सावलीखाली उभी केलेल्या वाहनांचे नुकसान झाले. आजच्या वादळी पाऊसाने माण तालुक्यात मरगळेवाडी येथील शाळकरी मुलगा वीज पडून जागीच ठार झाले. माण तालुक्यातील तरुण शिक्षकाचा झाड पडून दुर्दैवी मृत्यू. आगासवाडी येथे मंदिरावर वीज पडली. पुकळेवाडी येथे शेडचा पत्रा उलटून जनावरे जखमी. आज झालेल्या वादळी पावसाने वित्तीय व जीवितहानी देखील मोठ्या प्रमाणात झाली आहे.

भंडारा शहरात रासपचा कार्यकर्ता मेळावा

भंडारा शहरात राष्ट्रीय समाज पक्षाचा कार्यकर्ता मेळावा

भंडारा : दिनांक २२/०२/२०२४ रोजी भंडारा जिल्हा दौरा कार्यक्रम झाल्यानंतर भंडारा शहरात कार्यकर्ता मेळावा संपन्न झाला. यावेळी विदर्भ अध्यक्ष प्रा. रमेश पिसे, विदर्भ उपाध्यक्ष अमरावती विभागाचे विभागीय अध्यक्ष डॉ. तौसीफ शेख उपस्थित होते. यावेळी शेकडो कार्यकर्त्यांनी राष्ट्रीय समाज पक्षात जाहीर प्रवेश केला. कार्यक्रमाचे आयोजन राष्ट्रीय समाज पक्षाचे विदर्भ उपाध्यक्ष स्वरूप रामटेके यांनी केले.

पुकळेवाडी ग्रामपंचायत कार्यालयात अहिल्यादेवी होळकर जयंती साजरी

पुकळेवाडी ग्रामपंचायत कार्यालयात अहिल्यादेवी होळकर जयंती साजरी


कुकुडवाड (३१ मे २०२४)  : पुण्यश्लोक आहिल्यादेवी होळकर यांची 299 वी जयंती ग्रामपंचायत कार्यालय पुकळेवाडी ता - माण जिल्हा सातारा येथे साजरी करण्यात आली. सरपंच सौ. अलका शंकर पुकळे, पोलीस पाटील सौ. लता हेमंतकुमार पुकळे यांच्या शुभहस्ते अहिल्यादेवी होळकर यांच्या प्रतिमेचे पूजन करण्यात आले. प्रतिमेस पुष्पहार अर्पण करून अहिल्यादेवी होळकर यांचा विजय असो, अशा घोषणा देऊन जयजयकार केला. पत्रकार आबासो पुकळे यांनी अहिल्यादेवी होळकर यांच्या जीवनातील ऐतिहासिक घटनांचा उलगडा करून सांगितला.

यावेळी कुर्ला नागरिक बँकेचे संचालक दादासाहेब पुकळे, माजी ग्रामपंचायत सदस्य रखमाजी पुकळे, बिरा पुकळे, लक्ष्मण पुकळे, विष्णुबुवा पुकळे, सौ. जगाबाई पुकळे, सौ. साळू पुकळे, लक्ष्मण पुकळे, ओंकार पुकळे, विलास पुकळे, प्रनशुल पुकळे, अर्णव वीरकर, अहिल्या पुकळे, आदिश्री पुकळे, बाबू कचरे व अन्य ग्रामस्थ उपस्थित होते.

राष्ट्रीय समाज पक्ष दिल्ली हेच लक्ष्य

राष्ट्रीय समाज पक्ष    दिल्ली हेच लक्ष्य


31 मे 2003 रोजी राष्ट्रीय समाज पक्षाची स्थापना अहिल्याबाई होळकर जन्मगावी चोंडी येथे झाली. 2004 च्या सार्वत्रिक लोकसभा निवडणुकीच्या आखाड्यात रासप मैदानात दिल्ली लक्ष्य घेऊन लढला. 2009 च्या सार्वत्रिक लोकसभा निवडणुकीत स्वतंत्रपणे निवडणूक लढवली. 2014 च्या सार्वत्रिक लोकसभा निवडणुकीत राष्ट्रीय समाज पक्ष इंडिया प्रणित महायुती सोबत महाराष्ट्रामध्ये एकत्रित निवडणुकीला सामोरे गेला. माढा लोकसभा मतदार क्षेत्रातून लक्ष ठेवून असलेल्या राष्ट्रीय समाज पक्षाला ऐनवेळी निवडणुकीत महायुतीच्या वाटाघाटीत बारामतीची जागा मिळाली. राष्ट्रीय समाज पक्षाने बारामतीत महादेव जानकर यांच्या रूपाने मोठी झुंज दिली. बारामती परिवर्तन होऊ शकते, असा आत्मविश्वास दिला. महाराष्ट्राबाहेर राष्ट्रीय समाज पक्षाने आपले उमेदवार लढवून राष्ट्रीय समाज पक्ष देशभर विस्तार करत असल्याचे दाखवून दिले.    2019 च्या सार्वत्रिक लोकसभा निवडणुकीत महाराष्ट्र वगळता उत्तर प्रदेश, गुजरात, तमिळनाडू, राजस्थान, केरळ, कर्नाटक राज्यात स्वतंत्रपणे निवडणूक लढवून राष्ट्रीय समाज पक्षाचे स्वतंत्र अस्तित्व दाखवलेच, शिवाय राष्ट्रीय समाज पक्षाचे केवळ एक दोन जागा लढवणे हा उद्देश नसून, या देशाची पार्लमेंटची सत्ता रासपाच्या ताब्यात यावी, यासाठीचा लढा असल्याचे दाखवून दिले. यावर्षी होत असलेल्या सण 2024 च्या 18 व्या सार्वत्रिक लोकसभा निवडणुकीत महाराष्ट्रात भाजपप्रणीत एनडीए सोबत रासपचे संस्थापक राष्ट्रीय अध्यक्ष महादेव जानकर परभणी लोकसभा मतदार क्षेत्रातून निवडणुकीच्या आखाड्यात उतरले. 26 एप्रिल रोजी मतदान यंत्रात जनमताचा कौल बंदिस्त झाला आहे. 


आपला पक्ष, आपला नेता, आपला अजेंडा, आपलाच झेंडा, 'स्व'साधन याद्वारे रासपने दिल्ली लक्ष्य केले आहे.   राष्ट्रीय समाज पक्षाने स्थानिक स्वराज्य संस्था, विधानसभा निवडणुकात विजयाचे खाते उघडले आहे. मात्र पक्ष स्थापनेपासून देशाची सर्वोच्च सत्ता असणाऱ्या संसदेत खाते उघडण्यासाठी धडपड चालूच आहे. पक्षाचे संस्थापक राष्ट्रीय अध्यक्ष महादेव जानकर यांनी देशाचे सर्वोच्च पद पंतप्रधान बनण्याची अभिलाषा अनेकवेळा बोलून दाखवले आहे. त्यांच्या भाषणात नेहमी दिल्ली आणि पंतप्रधान हा शब्द असतो, त्याला जोडून राष्ट्रीय शब्दावर ही भर असतो, पक्षाच्या नावातच राष्ट्रीय आणि समाज आहे, राष्ट्रात जे जे राहतात व राष्ट्रावर प्रेम करतात, तो  राष्ट्रीय समाज आहे. दीनदुबळे ते उच्चवर्णीय यांना मान सन्मान मिळवून देणारी 'फुलेवादाची आदर्श विचारधारा' राष्ट्रीय समाज पक्षाकडे आहे. राष्ट्रीय समाज पक्ष 'सब समान तो देश महान' हा विचार घेऊन जनतेपर्यंत जात आहे. 


'एक देश एक शिक्षण' हा संकल्प राष्ट्रीय समाज पक्षाने केला आहे.  गरीब असो किंवा श्रीमंत सर्वांना एक समान शिक्षण मिळावे. संपूर्ण राष्ट्रासाठी एकच शिक्षणनीती असावी. शिक्षणाचे राष्ट्रीयकरण करून बदलत्या काळाप्रमाणे ज्ञान आणि रोजगाराभिमुख अत्याधुनिक राष्ट्रीय शैक्षनिक धोरण राबविन्यासाठी रासपने दिल्ली लक्ष्य केले आहे. रासपला प्रत्येक नागरिकाला आरोग्याची शाश्वती देणारे धोरण राबवायचे  आहे. गरजेप्रमाणे सर्वांना पाणी वाटपाचे राष्ट्रीय जल धोरण राबवायचे आहे. वाडी, वस्ती, तांडा, पाडा, गाव, शहारातील प्रत्येक घरात माफक दरात वीज पोहचविणारे राष्ट्रीय धोरण राबवायचे आहे. सर्वांना रोजगाराची हमी देणारे राष्ट्रीय रोजगार धोरण राबवायचे आहे.  शेतमजूर आणि कामगारांना सन्माननीय रोजगार मिळवून देणारे राष्ट्रीय शेतमजुर आणि कामगार धोरण राबवायचे आहे. शेतकऱ्यांची संपूर्ण कर्जमाफी करणारे (७/१२ कोरा करणार), शेतमालाला किफायतशीर भाव मिळवून देणारे राष्ट्रीय कृषी धोरण राबवायचे आहे. मत्स्यपालनसहित पशुपालन व्यवसायाच्या विकासाचे राष्ट्रीय धोरण राबवायचे आहे. पशुपालकांना त्यांच्या हक्काची गायरान जमीन पशुंसाठी उपलब्ध करायची आहेत.  सर्व समुदयांना समान राष्ट्रीय भागीदारी देण्याचे आरक्षणाचे धोरण राबवायचे आहे. राष्ट्रीय सुरक्षा नीतीची कडक अंमलबजावणी करणारे राष्ट्रीय धोरण राबवायचे आहे. देशातील आर्थिक व सामाजिक विषमता दूर करणारे आणि समता मुलक समाज घडविणारे राष्ट्रीय धोरण रासपला राबवायचे आहे. भारताला सार्वभौम ठेवून बलशाली बनवणारे आंतरराष्ट्रीय धोरण राबवायचे आहे. जगात भारत देश तंत्रज्ञानाच्या उच्च क्रमांकवर नेण्यासाठी विशेष योजना राबवणारे धोरण राबवून विज्ञान तंत्रज्ञानात देशाला सर्वोच्च स्थानी पोहोचवायचे आहे. देशातील प्रत्येक नागरिकाच्या घरापासून त्याच्या कार्यस्थानापर्यंत रस्ता देण्याचे दळणवळणाचे धोरण राबवायचे आहे. सर्वांना सांभाळून घेणारे सर्वव्यापी राष्ट्रीय विमा संकल्पना अमलात आणणारे धोरण राबवायचे आहे. राष्ट्रीय समाज पक्ष दिल्ली लक्ष्य करून वाटचाल चालू आहे. 2024 च्या सार्वत्रिक लोकसभा निवडणुकीत देशभरात राष्ट्रीय समाज पक्षाचे उमेदवार निवडणूक लढवत आहेत. रासपचे संघटनात्मक जाळे देशभर तयार होत आहे. ४ जून २०२४ रोजी लोकसभा निवडणुकीचा निकाल जाहीर होईल आणि राष्ट्रीय पातळीवर संसदीय राजकारणात महादेव जानकर यांच्या नेतृत्वात राष्ट्रीय समाज पक्षाची एन्ट्री होईल.

- कार्यकारी संपादक राष्ट्र भारती 

यशवंत नायक मार्च 2024

 यशवंत नायक: मार्च 2024






महादेव जानकर यांच्या प्रचारार्थ परतूर मध्ये महायुतीने‌ वज्रमूठ उभारली...

महादेव जानकर यांच्या प्रचारार्थ परतूर मध्ये महायुतीने‌ वज्रमूठ उभारली...



परतूर (१०/४/२४) : परभणी लोकसभा मतदारसंघाचे महायुतीचे अधिकृत उमेदवार म्हणून माझ्या प्रचारार्थ आज परतूर येथे महायुतीचा महाएल्गार सभा अतिशय उत्साहात संपन्न झाली. त्यामध्ये अनेक प्रमुख पदाधिकाऱ्यांनी मनोगते मांडली. तसेच विजयाचा निर्धार व्यक्त केला.‌

महादेव जानकर हे सर्वसामान्यांचे नेते आहेत.‌ २०१४ पासून ते महायुतीचे प्रामाणिक व एकनिष्ठ घटक आहेत. त्यांना राज्यासह देशपातळीवरील राजकारणाचा अनुभव आहे. सर्वसामान्य घरातला हा माणूस लोकांच्या मनात बसला आहे. त्यांच्या रूपाने महायुतीला सक्षम उमेदवार मिळाला असून आपला विजय निश्चित आहे, असे उपस्थित वक्त्यांनी म्हटले.‌

यावेळी माजी मंत्री आ. बबनराव लोणीकर, माजी जि. प. अध्यक्ष राजेश विटेकर, मा. आ. विलास बापू खरात, राहुल लोणीकर, माजी आ.अरविंद चव्हाण यांच्यासह महायुतीतील नेते, पदाधिकारी व कार्यकर्ते उपस्थित होते.

राष्ट्रीय समाज पक्ष महायुती सोबतच : महादेव जानकर

राष्ट्रीय समाज पक्ष महायुती सोबतच : महादेव जानकर 



मुंबई (२४/३/२०२४) : राष्ट्रीय समाज पक्षाचे संस्थापक राष्ट्रीय अध्यक्ष महादेव जानकर यांनी आपण महायुती सोबतच असल्याचे स्पष्ट केले. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे यांच्या वर्षा निवासस्थानी राष्ट्रीय समाज पक्षाचे राष्ट्रीय अध्यक्ष महादेव जानकर यांची  बैठक पार पडली. रासपचे राष्ट्रीय अध्यक्ष महादेव जानकर यांच्या महाविकास आघाडीचे नेते शरद पवार यांच्याशी भेटीगाठी वाढल्या होत्या. मात्र महादेव जानकर यांची मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री अजितदादा पवार यांच्या उपस्थितीत बैठक पार पडली. त्यानंतर सुनील तटकरे यांनी राष्ट्रीय समाज पक्षाला एक जागा सोडण्यात आल्याचे जाहीर केले. महादेव जानकर यांच्या महायुतीसोबत येण्याने महायुती अधिक बळकट झाल्याचे बोलले जात आहे. राष्ट्रीय समाज पक्षाची ताकद व महादेव जानकर यांचे नेतृत्व राज्याच्या राजकारणात पुन्हा एकदा केंद्रस्थानी ठरले.

जिंतूरमध्ये महादेव जानकर यांच्या प्रचारार्थ महायुतीचा निर्धार मेळावा...

जिंतूरमध्ये महादेव जानकर यांच्या प्रचारार्थ महायुतीचा निर्धार मेळावा...



जिंतूर (६/४/२४) : परभणी लोकसभा मतदारसंघात यंदा महायुतीचा खासदार निवडून आणायचाचं, हाच निश्चय साकार करण्यासाठी महायुतीच्या सर्व‌ घटक पक्षांचा निर्धार महामेळावा आज जिंतूर येथे अतिशय उत्साहात संपन्न झाला. याप्रसंगी महायुतीचे जिल्ह्यातील प्रमुख नेते व पदाधिकारी यांनी मनोगत व्यक्त केली. 

या निर्धार मेळाव्यात सर्व सेलच्या पदाधिकाऱ्यांनी निवडणूक नियोजन संदर्भात माहिती सादर केली. देशाचे लाडके पंतप्रधान नरेंद्रजी मोदी साहेब यांच्या नेतृत्वाखाली होत असलेली विकासकामे, नियोजित प्रकल्प, विविध योजना, जनसंपर्क, गावनिहाय संघटन, निवडणूक काळातील प्रचार यंत्रणा, विविध कार्यक्रम, संभाव्य रणनिती अशा विविध विषयांवर पदधिकाऱ्यांनी सविस्तर चर्चा केली. तसेच सर्वांनी महायुतीचे उमेदवार महादेवजी जानकर साहेब यांना प्रचंड मतांनी निवडून आणण्याचा निर्धार व्यक्त केला.

यावेळी माजी आ. रामप्रसादजी बोर्डीकर, आ. मेघनाताई बोर्डीकर, माजी आ. मोहनभाऊ फड, डॉ. केदारजी खटिंग, सुरेश भुमरे यांच्यासह महायुतीचे प्रमुख नेते, सर्व पदधिकारी, कार्यकर्ते, हितचिंतक, बुथप्रमुख, सर्व सेलचे मुख्य समन्वयक मोठ्या संख्येने उपस्थित होते.

महाराष्ट्रात महायुती तर 11 राज्यात स्वतंत्रपणे निवडणुकांना सामोरे जाणार : एस एल अक्कीसागर

महाराष्ट्रात महायुती तर 11 राज्यात स्वतंत्रपणे निवडणुकांना सामोरे जाणार : एस एल अक्कीसागर 

पत्रकार परिषदेत बोलताना रासपचे संस्थापक सदस्य सिद्धप्पा अक्कीसागर, बाजूस कर्नाटक प्रदेश अध्यक्ष धर्मन्ना तोंटापुरे

बेळगाव (११/०४/२०२४) : राष्ट्रीय समाज पक्ष कर्नाटकातील आठ लोकसभा मतदारसंघात उमेदवार उभे करणार असल्याची माहिती राष्ट्रीय समाज पक्षाचे माजी राष्ट्रीय अध्यक्ष एस. एल. अक्कीसागर यांनी दिली.

शहरातील कन्नड साहित्य भवनात आयोजित पत्रकार परिषदेत बोलताना ते म्हणाले की, राष्ट्रीय समाज पक्षाने महाराष्ट्रात एनडीए आघाडीशी युती केली आहे. त्यानुसार महाराष्ट्रात लोकसभा निवडणुकीदरम्यान आमच्या पक्षाला एक जागा मिळाली आहे, त्याशिवाय आम्ही महाराष्ट्र व्यतिरिक्त  दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, पंजाब, हरियाणा, गुजरात दक्षिणेत कर्नाटक, तामिळनाडू, तेलंगणा  राज्यात स्वतंत्र निवडणुकांना सामोरे जात आहोत, असे ते म्हणाले.

कर्नाटक राज्यातील 8 मतदारसंघात आमच्या पक्षाचे उमेदवार निवडणूक लढवणार आहेत. बेळगाव आणि चिक्कोडी मतदारसंघात आम्ही उमेदवार उभे करणार आहोत. त्यानुसार चिक्कोडी लोकसभा मतदारसंघासाठी सतीश सनदी यांची उमेदवारी जाहीर करण्यात आली आहे. बेळगाव लोकसभा मतदारसंघाचा उमेदवार लवकरच जाहीर करणार आहोत, असे ते म्हणाले.


पाच महिन्यांपूर्वी काँग्रेसच्या नेत्यांनी कुरुबा समाजाच्या अधिवेशनात बेळगाव जिल्ह्यातील कुरुबा समाजाचा उमेदवार उभा करणार असल्याची घोषणा केली होती, मात्र ती घोषणा आता केवळ आश्वासने ठरली आहे. त्यामुळे करुबा समाजात नाराजी आणि असंतोष आहे. त्यानिमित्ताने बेळगाव लोकसभा मतदारसंघात कुरुबा समाजाचा उमेदवार उभा करण्याचा, आमचा पक्ष विचार करत असल्याचे त्यांनी यावेळी सांगितले.

यावेळी राष्ट्रीय समाज पक्ष कर्नाटक प्रदेशाध्यक्ष धर्मान्ना तोंटापुरे, राष्ट्रीय समाज पक्ष बेळगावचे प्रभारी बलराम कामन्नावार व चिक्कोडी लोकसभेचे उमेदवार तथा राष्ट्रीय समाज पक्षाचे बेळगांव जिल्हा सरचिटणीस सतीश सनदी उपस्थित होते.

पुकळेवाडीत अहिल्यादेवी होळकर जयंती निमित्त अभिवादन

पुकळेवाडीत अहिल्यादेवी होळकर जयंती निमित्त अभिवादन 



पुकळेवाडी : महाराणी अहिल्यादेवी होळकर यांची 299 वी जयंती पुकळेवाडी तालुका माण जिल्हा सातारा येथे साजरी करण्यात आली. श्री.विठोबा बिरोबा मंदिर ते श्री. सिद्धनाथ मंदिर पर्यंत धनगरी ढोल कैताळ्याच्या निनादात मिरवणूक काढण्यात आली. मिरवणुकीचे सभेत रूपांतर झाले. कैलासवासी पांडुरंगमामा कोकरे मंचकावर विविध मान्यवरांच्या हस्ते अहिल्यामातेचे प्रतिमेचे पूजन व दीपप्रज्वलन करून कार्यक्रमाची सुरुवात करण्यात आली. तत्पूर्वी अहिल्यादेवी होळकर यांची प्रतिमा सजवून मिरवणूक भंडारा उधळून येळकोट येळकोट जय मल्हार अहिल्यादेवी होळकरांचा विजय असो अशी घोषणा देण्यात आल्या. कार्यक्रम यशस्वीतेसाठी किसन यशवंत पुकळे, ओंकार बंडाभाऊ पुकळे यांनी विशेष परिश्रम घेतले. मंचकावर अशोक झंजे, किरणकुमार काळे यांच्यासाह प्रतिष्टीत नागरिक, विविध पदाधिकारी उपस्थित होते. ग्रामस्थ मंडळ पुकळेवाडी यांच्या उपस्थितीत महाराणी अहिल्यादेवी होळकर यांच्या जयंतीचा कार्यक्रम उत्सहात पार पडला.

Thursday, May 30, 2024

परभणीच्या विकासासाठी महादेव जानकर यांना निवडून द्या : अजितदादा पवार

परभणीच्या विकासासाठी महादेव जानकर यांना निवडून द्या : अजितदादा पवार

राष्ट्रीय समाज पक्षाचे संस्थापक राष्ट्रीय अध्यक्ष महादेव जानकर हे सर्वसामान्य जनतेच नेतृत्व करतात. त्यांची उमेदवारी ही महाराष्ट्राच्या हिताची आहे.  परभणीच्या विकासासाठी महादेव जानकर यांना निवडून द्यावे, असे प्रतिपादन उपमुख्यमंत्री अजितदादा पवार यांनी केले. 


अजितदादा पुढे म्हणाले, "गावकी आणि भावकीची ही निवडणूक नाही. या अँगलनेच आपण निवडणूक लढली पाहिजे. गेल्यावेळी निवडून दिलं, त्यांनी काय दिवा लावला? समाजासाठी, राज्यासाठी काहीतरी केलं पाहिजे. या दृष्टीने काम करणारे महादेव जानकर यांनी गुजरातसह वेगवेगळ्या राज्यात एक वेगळी ओळख निर्माण केली आहे. 


एखाद खोपटं असलं तर महादेव जानकर तिथेही झोपू शकतात. सकाळी तिथेच भाकरी खाऊन कामाला लागू शकतात. ते देवेंद्र फडणवीस यांच्या मंत्रिमंडळामध्ये मंत्री होते. तरी देखील बारामतीमध्ये आल्यानंतर लोक सांगायची महादेव जानकर आमच्यामध्ये राहतात. आमच्या इथे झोपतात, असा उमेदवार महायुतीने परभणी लोकसभा मतदारसंघात दिला आहे. 


अजित पवार पुढे म्हणाले, युगपुरुष शिवाजी महाराजांनी 18 पगड जातींना सोबत घेऊन स्वराज्य स्थापन केलं. हे आपल्याला कधीही विसरता येणार नाही. नाकारताही येणार नाही. उद्याच्या काळात देशातील 543 ठिकाणी निवडणूक होणार आहे. पण महाराष्ट्रात 48 जागांच्या निवडणूका आहेत. महायुतीच्या नेत्यांनी ठरवलं की, निवडणुकीला उमेदवार देताना वेगवेगळ्या जातींना प्रतिनिधीत्व द्यायचे. शेवटी हे राज्य बहुजनांचे आहे. प्रत्येकाला निवडणूक लढवण्याची इच्छा असते. ते काही चुकीचे नाही. तो त्यांचा अधिकार आहे. त्यांचा हक्क आहे. मात्र, एकदा महायुतीच्या सर्व वरिष्ठ नेत्यांनी घेतलेला निर्णय योग्य आहे, असं म्हटलं पाहिजे.


पुढे बोलताना अजित पवार म्हणाले, मित्रांनो 26 तारखेला मतदान आहे. फक्त 25 दिवस तुमच्या हातात राहिले आहेत. फार इर्षेने तुम्हा सर्वांना काम करावे लागेल. प्रत्येक मतदारापर्यंत पोहोचण्याचे काम उमेदवार करु शकत नाही. 1991 मध्ये मीही बारामतीमधून खासदार झालो होतो. त्यामुळे महायुतीतील सर्व पक्षांनी आणि कार्यकर्त्यांनी आपली निवडणूक म्हणून लढायचं आहे. तुम्ही विकासाबद्दल कोणतीही काळजी करु नका. परभणीतील रस्त्यांसाठी पुढील काम केले जाईल. महादेव जानकर यांना निवडून द्या आणि मोदींना तिसऱ्यांदा पंतप्रधान करा. रस्ते, मेडिकल कॉलेज अशा अनेक गोष्टी करण्यासाठी आपण कटीबद्ध आहोत. त्याबद्दल आपण काळजी करु नका. मी, एकनाथराव शिंदे आणि देवेंद्रजी कोठेही कमी पडणार नाहीत, असा विश्वास अजित पवार यांनी व्यक्त केला.

मराठवाडा संतांची भूमी आहे. रझाकारांशी मराठवाड्यातील एका पिढीने संघर्ष केला. ज्यांनी मराठवाडा मुक्तीसंग्रामात बलिदान दिलं, त्यांनाही मी आज अभिवादन करतो. महादेव जानकर यांनी एक वेगळी ओळख निर्माण केली आहे. ते सर्वसामान्य समाजाचे आणि शेवटच्या घटकाला न्याय मिळवून देणार नेतृत्व आहे. बहुजन समाजाला सोबत घेऊन जाण्याची महायुतीची भूमिका आहे. यशवंतराव चव्हाण यांची शिकवण आम्ही सर्वांनी अवलंबली आहे, असंही अजित पवार यांनी स्पष्ट केलं.

महादेव जानकर कोठेही उभे राहिले असते तरी मी बहीण म्हणून प्रचाराला गेलेच असते : पंकजा मुंडे

महादेव जानकर कोठेही उभे राहिले असते तरी मी बहीण म्हणून प्रचाराला गेलेच असते : पंकजा मुंडे


नामांकन सभेत बोलताना बहीण पंकजाताई मुंडे

पंकजाताई मुंडे आपल्या भाषणात म्हणाल्या,  “महादेव जानकर यांनी फोन केला आणि म्हणाले, आज उमेदवारी अर्ज भरतोय. मी त्यांना म्हणाले, एप्रिल फूल करताय का? महादेव जानकर यांनी मला फोन केला नसता तरी त्यांच्या यशाला हातभार लावण्यासाठी मी आले असते. यामध्ये कुठलीही शंका असण्याचे कारण नाही. मला आजही तो दिवस आठवतोय, जेव्हा महादेव जानकर यांच्या कार्यक्रमाला गोपीनाथ मुंडे आणि मी गेलो होतो. त्यावेळी गोपीनाथ मुंडे यांनी सांगितले होते, माझा वारस पंकजा मुंडे असल्या तरी महादेव जानकर यांना मी मुलगा मानतो. तुम्हाला प्रॉपर्टी मिळणार नाही. पण राजकीय वारसा मिळेल, असे गोपीनाथ मुंडे म्हणाले होते”, असे पंकजा मुंडे यांनी सभेत सांगितले.


पुढे बोलताना पंकजा मुंडे म्हणाल्या, “महादेव जानकर यांनी बारामतीची निवडणूक लढली होती. तेव्हा ते जेथे जागा मिळेल तेथे झोपायचे. सामान्य माणसांबरोबर राहून जेवण करायचे. पण या माणसाने इतिहास रचला. त्यानंतर ते विधानपरिषदेवर गेले आणि मंत्री होऊन अतिशय चांगले काम केले. सर्वसामान्य माणसांसाठी त्यांनी घर सोडले. आता ते परभणीमधून लढत आहेत. पण ते बाहेरून आल्याचा आरोप त्यांच्यावर होत असला तरी तसा विचार करण्याचे काही कारण नाही. सर्वसामान्य माणसांसाठी, भटक्या विमुक्तांसाठी काम करणारा माणूस भटकत-भटकत काम करत असतो. त्यांचा बारामतीमधून सुरू झालेला प्रवास भटकत-भटकत परभणीत येऊन थांबला आहे”, असे पंकजा मुंडे म्हणाल्या.

“जानकर साहेब तुम्ही परभणीच्या लोकांसाठी येथे घर घ्या. तसेही तुम्ही एकटेच आहात. तुम्ही येथे घर घेतल्यानंतर घरासमोर वंचित, पीडितांची गर्दी दिसली पाहिजे. गरीबांच्या साथीने तुम्ही संधीचे सोनं करा. मी पाच वर्ष पदावर नव्हते. पण मी लोकांमध्ये जात होते, तेव्हा लोक माझ्या विकासाची उदाहरणे देत होते. त्यामुळे तुमच्याबाबतही लोक असेच उदाहरण देतील ही अपेक्षा आहे”, असे पंकजा मुंडे म्हणाल्या.

महायुतीत सामील झाल्यानंतर जानकर विधान परिषदेवर आमदार म्हणून गेले. त्यानंतर ते मंत्री झाले. त्यांनी अनेक चांगली कामं केली. महायुतीचे ते उमेदवार असल्यामुळे त्यांच्या प्रचाराची जबाबदारी आमची आहे. परंतु महादेव जानकर कधीही आणि कसेही व कोणत्याही चिन्हावर उभे राहिले असते तरी मी बहीण म्हणून गेलेच असते. भाऊ बहिणीला विसरतो, पण बहीण कधीच विसरत नाही, असंही ते या वेळी म्हणाल्या.

परभणी लोकसभा मतदारसंघाच्या विकासासाठी मतदान द्या : महादेव जानकर

परभणी लोकसभा मतदारसंघाच्या विकासासाठी मतदान द्या : महादेव जानकर

नामांकन सभेत बोलताना परभणी लोकसभा मतदार क्षेत्र महायुतीचे अधिकृत उमेदवार महादेव जानकर

महादेव जानकर म्हणले, मला महायुतीने उमेदवारी दिली. त्याबद्दल राज्याचे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री अजितदादा पवार तुम्ही सामाजिक समन्वय साधण्यासाठी तुम्ही मदत केलेली आहे.  ७० वर्षात या उपेक्षित समाजाला संधी दिली नाही, पण तुम्ही मंडळींनी संधी देण्याची भूमिका केलेली आहे. मी आणि माझा पक्ष जिथे माझी ताकद असेल तिथे महाराष्ट्राच्या कानाकोपऱ्यात महायुतीच्या मागे उभे राहण्यासाठी वचनबध्द असेल.

जानकर पुढे म्हणाले, बांधवांनो, या नेत्यांनी ठरवलं. अमित शहा असतील, मोदी असतील, त्यांनाही धन्यवाद देईन. अजितदादा आजपर्यंत आम्हाला संधी मिळाली नाही. देवेंद्र फडणवीस यांच्या मंत्रीमंडळात दोन कॅबिनेटमंत्री होते. एक इंजिनियर आणि दुसरे प्राध्यापक. तिसरे राज्यसभेवर घेतले ते डॉक्टर होते. राजकीय भागिदारी देण्याची भूमिका कोणी केली असेल तर या माणसांनी केलेली आहे, म्हणून मी त्यांचे अभिनंदन करतो. परभणीतील नेत्यांनो, तुम्हाला विचारल्याशिवाय मी सही करणार नाही. कारण मला बायका पोरं नाहीत. घरदार नाही. रेल्वेस्टेशनवर सुध्दा मी झोपू शकतो. जसा वाराणसी, नागपूर, बारामतीचा विकास आहे, तसा परभणीचा विकास केल्याशिवाय शांत बसणार नाही. 

जानकर पुढे म्हणाले, मी एका पक्षाचा राष्ट्रीय अध्यक्ष आहे. त्यामुळे सर्व नेते मला ओळखतात. इथे मी राहणार आहे. एक घर विकत घेणार आहे. 40 वर्षापासून फिरतोय. तुमची कामे करण्याचा प्रयत्न सर्वांच्या साक्षीने करीन. मला 17 भाषा येतात. खासदारकीच्या ठिकाणी हिंदी, इंग्रजी लागते आणि मला ते चांगले येते. सर्वांना विनंती करून फंड आणण्यासाठी तुम्ही ताकद द्यायची भूमिका करा.  मी महायुतीचा उमेदवार आहे. मी महायुतीला 47 ठिकाणी मदत करायला जाणार आहे. मला फक्त एका ठिकाणी तुमची मदत हवी आहे. तन, मन, धनाने साथ द्यायचा प्रयत्न करा. परभणी लोकसभा मतदारसंघ रोल मॉडेल बनवण्याचा प्रयत्न करू. विमानतळ सुरू करण्याचा प्रयत्न करू. समृद्धी महामार्गाला हा जिल्हा जोडण्यासाठी प्रयत्न करीन. परभणी जिल्ह्यातील लोक पुणे - मुंबईला जगायला जातात, आम्हाला स्टार एमायडीसी द्या, म्हणून विनंती करीन. विकासाची गंगा आणण्यासाठी मी प्रयत्न करीन. माझं कुठ शाळा, कॉलेज, कुठे काही भानगड नाही. लग्न नाही, कुठे काय नाही, त्यामुळे काळजी करू नका. माझा देह आहे, तो जनतेसाठी आहे. तुम्ही जनतेने दत्तक घेतले, तुमचे पारणे फेडण्याचा प्रयत्न करीन. 

महायुतीत आम्हाला ही जागा दिली. राष्ट्रवादीच्या कोट्यातील ही जागा आहे. बारामतीला सुद्धा प्रचाराला जाणार आहे. भाजप, शिवसेना, राष्ट्रवादी नंतर आम्हाला संधी दिली, मान सन्मान दिला, त्याबद्दल तिघांचेही ह्रुदयातून अभिनंदन करतो. आणि मला दिल्लीला जाण्यासाठी आशिर्वाद द्याल, अशी अपेक्षा करतो. जय हिंद. जय भारत.

बाभळीच्या काट्यांचा हेल .

 बाभळीच्या काट्यांचा हेल .


पूर्वीच्या गावगाड्यातील लुप्त होत चाललेले हे दृश्य मनात नक्कीच कालवाकालव करणारे आहे. बांधावरील टुमदार विस्ताराने बहरलेली बाभळ जेव्हा धनगरांकडून खडसून / सवळून घेतली जाते. तेव्हा तोडून खाली पडलेला काट्यांचा विस्तार एकत्र करून रचला जातो. त्याला हेल / पेटा / फेस असे म्हटले जाते. तर असे हे बाभळी सवळून त्याचा हेल लावणे. हे काम जेवढे सोप्पे वाटते, तेवढे सोप्पे असंत नाही. यासाठी कसलेल्या व्यक्तीचीच आवश्यकता लागते. त्यातल्या त्यात अश्या कामासाठी धनगरांचा हात कोणी धरू शकत नाही. 

    तसेच हा रचलेला काट्यांचा फेस गाडीत भरून घरी परड्यात आणणे ही फार जिकिरीचे काम असते. आज घडीला असें किचकट काम करणे. कोणालाही आवडणारे नाही. जमाना खूप फास्ट झालेला आहे. परंतु हेच किचकट काम आपल्या कित्येक पिढ्यांनी केले आहे. त्याची जाण, एक आवड म्हणून हत्तीच्या किंमतीची बैलं. जोडीला लागणारी गाडी , शेती,  दुधदुप्ती जनावरं घरात माणसांचा असणारा मोठा बारदाना सांभाळला आहे. 

शेडगेवस्ती - कोडोली जि. सातारा येथील प्रगतिशील शेतकरी श्री रामचंद्र शंकर शेडगे. (बबनअप्पा) 🌹❤️🌹

रासपचे गुजरातमध्ये पाटण लोकसभा मतदारसंघातून राकेश शर्मा लढले

रासपचे गुजरातमध्ये पाटण लोकसभा मतदारसंघातून राकेश शर्मा लढले 



अहमदाबाद : गुजरात राज्यात राष्ट्रीय समाज पक्षातर्फे पाटण लोकसभा मतदारसंघातून राकेश शर्मा यांनी निवडणूक लढवली. राकेश शर्मा यांना डायमंड हिरा हे चिन्ह मिळाले होते. गुजरात राज्य प्रभारी सुशील शर्मा व गुजरात युवा अध्यक्ष महेंद्र कुमार राठोड यांनी लोकसभा निवडणुकीसाठी गुजरात राज्यात प्रचाराची कमान सांभाळली.

लोकसभा निवडणुकीत तमिळनाडू राज्यात रासपचे उमेदवार लढले

लोकसभा निवडणुकीत तमिळनाडू राज्यात रासपचे उमेदवार लढले

चेन्नई : राष्ट्रीय समाज पक्षाचे तमिळनाडू राज्यात दोन उमेदवार लोकसभा निवडणुकीच्या आखाड्यात उतरले होते. रासपचे राष्ट्रीय सचिव एम.जी मानीशंकर यांनी तमिळनाडू राज्यात सहा उमेदवार लढतील, असे घोषित केले होते. मात्र त्रिपुर लोकसभा मतदारसंघात रासपने महिलेला उमेदवारी देऊन महिलांचा सन्मान केला. श्रीमती मालारविझी या टीव्ही चिन्ह घेऊन निवडणूक लढल्या. तर कोइंमबतूर लोकसभा मतदारसंघातून श्री आनंदकुमार हे फ्रिज या चिन्हावर निवडणूक लढले. लोकसभा निवडणुकीच्या पार्श्वभूमीवर तमिळनाडू प्रदेश अध्यक्ष डी. राजा यांची नियुक्ती करण्यात आली होती. तसे राष्ट्रीय महासचिव के. प्रसन्नकुमार यांनी यशवंत नायकला कळवले होते.

माझा भाऊ संसंदेत पाठवा : पंकजाताई मुंडे

माझा भाऊ संसंदेत पाठवा : पंकजाताई मुंडे

जिंतुर : परभणी लोकसभा महायुतीचे अधिकृत उमेदवार महादेव जानकर यांच्या प्रचारार्थ महायुतीचे राज्यातील प्रमुख नेते विविध ठिकाणी सभा, दौरे, रॅली घेत आहेत. भाजपच्या राष्ट्रीय सचिव, माजी मंत्री आणि महादेव जानकर यांची लाडकी बहिण पंकजाताई मुंडे यांनी जिंतूर येथील जिल्हा परिषद मैदान येथे भव्य सभा घेवून महादेव जानकर यांच्या विजयावर शिक्कामोर्तब केले आहे. 

पंकजाताई म्हणाल्या, महादेव जानकर हा उपेक्षित, वंचित, बहुजनांचा आणि सर्वसामान्यांचा नेता आहे. त्यांनी आयुष्यभर सामाजिक परिवर्तनाची लढाई लढली आहे. त्यामुळे आपले श्रद्धास्थान स्व.गोपीनाथ मुंडे साहेब यांनी त्यांना महायुतीत आणून मानसपुत्र मानले होते. त्यामुळे माझ्या या भावाला संसंदेत पाठविण्याची जबाबदारी आपल्या सर्वांची आहे, 'पंकजाचे हे शब्द माझा आनंद द्विगुणित करणारे आहेत', असे जानकर म्हणाले. माझी बहिण पंकजा स्वतः बीड लोकसभेची उमेदवार आहे. तरीही केवळ माझ्या प्रेमापोटी तिने आज आपला अमूल्य वेळ देवून माझ्यासाठी सभा घेतली. हे ऋणानुबंध आणि नातं राजकीय चौकटीच्या बाहेरचे आहे आणि हेचं नाते आम्ही दोघेही आयुष्यभर जपणार आहोत. म्हणून पंकजाला फक्त 'धन्यवाद तायडे' एवढेच म्हणेन.

यावेळी आ.मेघनाताई बोर्डीकर, मा.आ.रामप्रसादजी बोर्डीकर तसेच महायुतीतील सर्व घटक पक्षाचे वरिष्ठ नेते तसेच स्थानिक पातळीवरील नेते, पदाधिकारी, कार्यकर्ते मोठ्या संख्येने उपस्थित होते.

आष्टी तालुका परतुर येथे महादेव जानकर यांच्या विजयाची संकल्प रॅली

आष्टी तालुका परतुर येथे महादेव जानकर यांच्या विजयाची संकल्प रॅली

परतूर : परभणी लोकसभा महायुतीचा उमेदवार म्हणून महादेव जानकर यांच्या प्रचारार्थ महायुतीचे सर्व नेते, पदाधिकारी, कार्यकर्ते व नागरिक यांनी मोठी मेहनत घेतली.‌ प्रचाराच्या शेवटच्या दिवशी मौजे.आष्टी (ता.परतूर) येथे भाजपा, शिवसेना, राष्ट्रवादी काँग्रेस, मनसे, रासपा, रिपाई, आठवले गट, रिपाई कवाडे गट, रयत क्रांती व सर्व मित्र पक्ष यांनी मिळून भव्य अशी रॅली काढून महायुतीच्या विजयाचा संकल्प केला. तसेच मतदानाच्या दिवशी आपापल्या भागातील जास्तीत-जास्त लोकांना मतदान केंद्रापर्यंत पोहोचवून मतदान वाढविण्यासाठी प्रयत्न करण्याचेही निश्चित केले. 

यावेळी आ. बबनराव लोणीकर साहेब, युवा मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष राहुल (भैय्या) लोणीकर, बळीराम कडपे, शत्रृघ्न कणसे, आष्टी सरपंच मधुकर मोरे यांच्यासह महायुतीचे प्रमुख नेते, पदाधिकारी, कार्यकर्ते व नागरिक मोठ्या संख्येने उपस्थित होते.

महादेव जानकर यांच्या प्रचारार्थ परभणीत महायुतिचा संवाद मेळावा

महादेव जानकर यांच्या प्रचारार्थ परभणीत महायुतिचा संवाद मेळावा

परभणी (१४/४/२४) : राष्ट्रीय समाज पक्षाचे संस्थापक राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा परभणी लोकसभा मतदारसंघाचे उमेदवार महादेव जानकर यांच्या प्रचारार्थ राज्याचे कृषीमंत्री धनंजय मुंडे यांच्या प्रमुख उपस्थितीत परभणी येथे महायुती संवाद मेळावा अतिशय नियोजनबद्ध पद्धतीने संपन्न झाला. त्यामध्ये महायुतीच्या प्रचाराचे नियोजन व दिशा ठरविण्यात आली. तसेच विधानसभानिहाय आढावा घेण्यात आला. पंतप्रधान नरेंद्र मोदी यांच्या सभेचे अचूक नियोजन करण्यासाठी सामूहिक प्रयत्न करण्याचेही निश्चित केले. 

यावेळी माजी मंत्री अर्जुन खोतकर, आ.बाबाजानी दुर्राणी, आ.मेघनताई बोर्डीकर, आ. डॉ.रत्नाकरजी गुट्टे, माजी खासदार सुरेशराव जाधव, माजी जिल्हा परिषद अध्यक्ष राजेश विटेकर, मा.आ. हरिभाऊ काका लहाने, भाजप महानगराध्य आनंद भरोसे, डॉ.केदार खटिंग, प्रताप भैया देशमुख, सुरेश भुमरे, संदीप माटेगावकर यांच्यासह महायुतीचे सर्व नेते, पदाधिकारी, कार्यकर्ते मोठ्या संख्येने उपस्थित होते.

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे यांची पाथरीत महादेव जानकर यांच्या प्रचारार्थ रॅली व विजयी संकल्प सभा

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे यांची पाथरीत महादेव जानकर यांच्या प्रचारार्थ रॅली व विजयी संकल्प सभा



सर्वांगीण विकास आणि प्रगतीसाठी महादेव जानकर यांना प्रचंड बहुमताने विजयी करा : एकनाथ शिंदे 

पाथरी : परभणी लोकसभा मतदारसंघातील महायुतीचे उमेदवार महादेव जानकर यांच्या प्रचारासाठी मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे यांची भव्य प्रचारसभा पाथरी येथे पार पडली. तसेच यावेळी आयोजित करण्यात आलेल्या प्रचार रॅलीत मुख्यमंत्र्यांनी सहभागी होत सर्वांगीण विकास आणि प्रगतीसाठी महादेव जानकर यांना प्रचंड बहुमताने विजयी करण्याचे आवाहन केले. पाथरी येथील श्री साईबाबांच्या मंदिरास महादेव जानकर यांच्यासमवेत मुख्यमंत्र्यांनी भेट देत मनोभावे पूजन करीत भक्तीभावाने दर्शन घेतले.

यावेळी बोलताना मुख्यमंत्री म्हणाले, एका सर्वसामान्य शिवसैनिक, शेतकरी कुटुंबातील व्यक्ती मुख्यमंत्री झाल्याने काहींच्या पोटात पोटदुखी सुरू झाली आहे. त्यामुळेच ते माझ्यावर अत्यंत खालच्या पातळीवर जाऊन टीका करत आहेत. शिव्या देत आहेत. पण ही शिवीगाळ मलाच नव्हे तर राज्यातील शेतकरी, कष्टकरी, मराठा आणि बहुजनांनाही आहे. सोन्याचा चमचा तोंडात घेऊन जे जन्माला आले, त्यांच्यावर योग्य संस्कार मात्र झालेले नाहीत. अशांच्या आरोपांना कामातून उत्तर देऊ असे स्पष्ट केले. 

ते पुढे म्हणाले, सरकारने मौलाना आझाद महामंडळाचा निधी ५० कोटींवरुन ५०० कोटींपर्यंत वाढवला आहे. सरकारने सर्वच समाज्याला न्याय देण्याचे काम केले. हिंदू, मुस्लिम, शीख, ख्रिश्चन या सगळ्यांना न्याय मिळाला पाहिजे, ते मुख्य प्रवाहात आले पाहिजेत. त्यांचा उत्कर्ष झाला पाहिजे, असे सरकारचे उद्दिष्ट आहे. केंद्रात पंतप्रधान नरेंद्र मोदीजी यांनी मुस्लिम समाजासाठी अनेक योजना राबवल्या आहेत. काँग्रेसने फक्त मुस्लिम समाजाला व्होट बँक म्हणून वापरले आणि त्यांना गरिबीत ठेवले, मात्र मोदीजींनी मुस्लिम समाजाचा सर्वांगीण विकास केल्याचे सांगितले. 

बारामतीत साडेतीन लाखांचा लीड ३४ हजारांवर आणणारे महायुतीचे उमेदवार महादेव जानकर आहेत. तेव्हा इतिहास घडवला असता. मात्र आता ते परभणीत इतिहास घडविणार आहेत. परभणीमध्ये चमत्कार घडणार आणि महादेव जानकर नक्की दिल्लीत खासदार म्हणून बहुमताने विजयी होऊन जातील असा विश्वास यासमयी व्यक्त केला.  

महादेव जानकर यांना १७ भाषा येतात. खासदार म्हणून दिल्लीत गेल्यावर विकास आणि प्रगतीची भाषाही ते शिकतील आणि परभणीच्या विकासासाठी आकाश पाताळ एक करतील असे सांगितले. 

यावेळी केंद्रीय मंत्री भागवत कराड, आमदार आशिष देशमुख, शिवसेना अल्पसंख्याक आघाडीचे सईद खान आणि परभणी लोकसभा मतदारसंघातील शिवसेना, भाजप, राष्ट्रवादी, राष्ट्रीय समाज पक्ष, रिपाई, मनसे महायुतीचे पदाधिकारी, कार्यकर्ते तसेच परभणी लोकसभा मतदारसंघातील स्थानिक नागरिक मोठ्या संख्येने उपस्थित होते.

राष्ट्रीय समाज पक्ष तर्फे महाराणी अहिल्याबाई होळकर जन्मोत्सव सोहळ्याचे दिल्लीत आयोजन

राष्ट्रीय समाज पक्ष तर्फे महाराणी अहिल्याबाई होळकर जन्मोत्सव सोहळ्याचे दिल्लीत आयोजन

दिल्ली : खास प्रतिनिधी

राष्ट्रीय समाज पक्ष तर्फे देशाची राजधानी दिल्ली महानगरात महाराणी अहिल्याबाई होळकर जन्मोत्सव सोहळ्याचे आयोजन करण्यात आल्याची माहिती, रासप कार्यालय प्रमुख यांनी समाज माध्यमाद्वारे दिली आहे. डेल्टन हॉल द इंस्टीट्युशनल ऑफ इलेक्ट्रोनिक्स एंड टेलीकम्युनिकेशन इंजिनियर्स 2, इन्स्टिट्युशनल एरिया लोधी रोड नवी येथील सभगृहात दिनांक 31 मे रोजी सायंकाळी पाच वाजता जयंती सोहळा पार पडणार आहे.

जयंती सोहळ्याचे उद्धघाटक स्वामी श्री सिद्धरामानंद जी महाराज श्री कागीनेली कानकगुरू पीठ कर्नाटक, कार्यक्रमाच्या अध्यक्षा लोकनेत्या पंकजाताई गोपीनाथ मुंडे- राष्ट्रीय सचिव भारतीय जनता पार्टी, प्रमुख पाहुणे श्री श्री 1008 आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी सच्चिदानंद जी महाराज - श्री चित्रगुप्त पिठाधीश्वर वृंदावन मथुरा, विशेष पाहुणे डॉ. रत्नाकर गुट्टे - सदस्य महाराष्ट्र विधानसभा रासप, रामभाई पाल- समाजसेवक मुंबई, काशिनाथ शेवते - प्रदेशाध्यक्ष महाराष्ट्र, अतरसिंह पाल - रासेफ अध्यक्ष दिल्ली, कार्यक्रमाचे मुख्य मार्गदर्शक महादेव जानकर - संस्थापक/राष्ट्रीय अध्यक्ष राष्ट्रीय समाज पक्ष, एस. एल अक्कीसागर - रासेफ राष्ट्रीय अध्यक्ष हे उपस्थित राहणार आहेत. जयंती सोहळ्यास देशभरातील सर्व राज्यातील रासपचे प्रमुख पदाधिकारी/कार्यकर्ते, अहिल्याबाई होळकर यांना माननारे देशभरातील अहिल्याप्रेमी सर्वांनी उपस्थितीत राहण्याचे आवाहन राष्ट्रीय समाज पक्षाने केले आहे.

चागंले संस्कार टिकविण्यासाठी वाचन संस्कृतीची गरज : डॉ. शंकर स्वामी वडेपुरीकर

चागंले संस्कार टिकविण्यासाठी वाचन संस्कृतीची गरज : डॉ. शंकर स्वामी वडेपुरीकर ‌पु.अहिल्यादेवी वाचनालयात " वाचन संकल्प महाराष्ट्राचा...