युवाओ को महाराजा यशवंतराव को मनाना चाहिए अपना आदर्श : दादु महाराज
इंदौर
देश के इतिहास में ख्यात स्वतंत्रता वीर इंदौर महाराजा श्रीमंत यशवंतराव होलकर (प्रथम) की 245वां जन्मोत्सव 3 दिसंबर को मनाई गई । बंगाली चौराहे के समीप महाराजा श्रीमंत यशवंत राव होलकर की प्रतिमा पर यशवंत सेना द्वारा श्रीमंत के जन्मोत्सव पर मार्ल्यापण एवं दीपोत्सव एवं आतिशबाजी का आयोजन शाम 6:30 बजे किया गया। संस्था के संयोजक रविन्द्र होलकर ने बताया की महामण्डलेश्वर श्री दादु जी महाराज के सानिध्य में मार्ल्यापण व दीपोत्सव एवं आतिशबाजी का आयोजन किया गया। श्री दादु जी महाराज ने बताया कि श्रीमंत का जीवन युवाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत है। 28/10/1811 को उनका देहावसान भानपुरा, मध्यप्रदेश में हुआ था। वे हिंदी, मराठी, उर्दू, अंग्रेजी, फ़ारसी के भी ज्ञाता थे। वे एक ऐसे भारतीय शासक थे जिन्होंने अंग्रेजो को नाकों चने चबाने पर मजबूर कर दिया था। वे ऐसे शासक थे जिनका ख़ौफ अंग्रेजों में साफ-साफ दिखता था, इनसे अंग्रेज हर हाल में बिना शर्त समझौता करने को तैयार रहते थे। सुमित बोराडे ने कहा की इस वीर योद्धा को भी गुमनामी से इतिहास के पन्नों पर लाना जरूरी है संगठन के अध्यक्ष लक्ष्मण दातीर ने बताया की जिस प्रकार आज शहर में मामा को याद किया जा रहा है आने वाला समय श्रीमंत यशवंत राव होलकर जी का होगा जन-अभियान की शुरुआत करेंगे और स्कूलों में इतिहास के रूप में बच्चों को पाठ्यक्रम आये इसलिए मध्यप्रदेश शासन से प्रतिनिधि मिलेगा ।
इस अवसर पर कौशिक होलकर, धनंजय होलकर, पंडित मीत भवानी कश्यप, जीतू होलकर, मधुकर बुधे, अभिषेक गावड़े, मयूरेश पिंगले, संदीप राहणे, रंजित भांड, जतिन थोरात, सुमित बोराडे, जितेश होलकर, पियूष भिटे,कमल व्यास, सौरभ लांभाते, संदीप नजान,दीपक कोकरे, रामनरेश जादौन, संतोष वडगे, प्रवीण मतकर, गजेन्द्र मतकर, अभिषेक मिश्रा,मोनू साहू आनंद साहू,जय सिंह चौहान,पी. सी मालवीय, प्रणव भोंडवे व कई युवा उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन यतिश होलकर एवं आभार लक्ष्मण दातीर ने माना।
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