अहमदाबाद गुजरात मे शेफर्ड इंडिया इंटरनेशनल का 06 वा वार्षिक समेलन संपन्न
अहमदाबाद - गुजरात : यशवंत नायक ब्यूरो
गांधी जयंती के अवसरपर 2 अक्तूबर के दिन अहमदाबाद गुजरात मे शेफर्ड इंडिया इंटरनेशनल का 06 वा वार्षिक समेलन हर्षोल्लास से संपन्न हुआ। इस संमेलन में राष्ट्रीय व प्रांतीय शेफर्ड समाज तथा सामाजिक तथा राजनीतिक पार्टियों के नेताओ ने शिरकत की।
शेफर्ड इंडिया इंटरनेशनल के संस्थापक अध्यक्ष श्री एच विश्वनाथ जी, सांसद डॉ. श्री विकास महात्मे, श्री एच एम रेवन्ना - पूर्व मंत्री कर्नाटक, कर्नाटक विधायक श्री बंडाप्पा काशेम्पूर, श्री लालजी भाई देसाई CWC Member, श्री लखाभाई भरवाड़, श्री जेठाभाई भरवाड - डिप्टी स्पीकर , श्री राजकुमार पाल विधायक प्रतापगढ उत्तर प्रदेश, सागर जी रायक्का (भूतपूर्व सांसद), श्री हरीभाई जी भरवाड अध्यक्ष शेफर्ड इंडिया इंटरनेशनल गुजरात, राष्ट्रीय समाज पार्टी के पूर्व अध्यक्ष तथा संस्थापक (एसआईआय) श्री एस एल अक्कीसागर जी, श्री ब्रह्म प्रकाश पल, श्री राजेंड पाल हरियाणा, श्री श्रावण वाकसे महाराष्ट्र, भगतसिंह बघेल उत्तर प्रदेश, गणेश जी हाके भाजपा प्रवक्ता महाराष्ट, निहारिका खोंडले, श्रीमती ज्येष्ट सामाजिक नेता गुंडेराव बनसोडे, शिक्षा क्षेत्र महानुभाव श्री हुलिनायकर, श्री उधगई सेनगुत्तवन तमिलनाडु, श्री वेदप्रकाश जी, वीरभद्रय्या जी, जेष्ठ पत्रकार श्री गोविंदाभाई रबारी, रासपा पूर्व राष्टीय महासचिव श्री कुमार सुशील, श्री सूरज हेगड़े, निति अवोग के अधिकारी डॉ मुनिराज, श्री शिवराय जोगिन, तथा अन्य महानुभाव की प्रमुख उपस्थिति थी. राजस्थान, महाराष्ट्र, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश राज्य के शेफर्ड प्रतिनिधि आए थे. श्री सागर रायकाजी ने स्वागत किया, श्री. विश्वनाथजी ने प्रस्तावना रखी. श्री अक्कीसागर, श्री लालजीभाई, श्री काशेमपुर, श्री जेठाभाई, श्री हाके जी, श्री महात्मे जी, श्री महंत जी ने विचार रखे. संघटन की ओरसे भारत सरकार को निवेदन हेतु अनेक प्रस्ताव मंजूर किये गए । शेफर्ड समाज के लिए कमीशन का गठन, जाती जनगणना, चारण जमीन आबंटन, आर्थिक विकास व व्यापार ये प्रमुख थे। शेफर्ड समाज के अनेक संग़ठन के प्रतिनिधि उपस्थित थे। गुजारात पाल महासभा के नेमसिंह बघेल, सदाशिव पाल, रविकांत बघेल, रामबचन पाल अन्य जनगण उपस्थित थे।
चारण जमीन और शेफर्डस इंडिया इंटरनेशनल
गांधी जयंती के अवसरपर 2 अक्तूबर के दिन अहमदाबाद मे (Shepherds India internationa)l शेफर्डस इंडिया इंटरनेशनल का छठा स्थापना दिवस पर संमेलन सभा संपन्न हुआ। एक समाज, एक झंडा, एक अजेन्डा और एक प्रतीक -आदर्श को लेकर संपूर्ण भारत की शेफर्ड कम्युनिटी को एक छत्र तले *(Umbrella)* लाने की कोशिश की जा रही है। संस्थापक अध्यक्ष श्री एच. विश्वनाथ - भूतपूर्व मंत्री कर्नाटक के नेतृत्व में ये संगठन कार्य कर रहा है। एच. एम. रेवण्णा जी (भूतपूर्व मंत्री कर्नाटक), सागर जी रायक्का (भूतपूर्व सांसद), हरीभाईजी भरवाड अध्यक्ष गुजरात तथा अन्य राज्यों के प्रतिनिधि शामिल इस सभा मे थे। संस्थापक सदस्य के नाते मैं भी उपस्थित था। अपनी बात भी मैंने वहा रखी। इस मीटिंग की रिपोर्ट भी सलग्न है। इस मीटिंग में कुछ प्रस्ताव केंद्र तथा राज्य सरकार को निवेदन - मांग स्वरूप देने के लिए मंजूर किए गए। जिसमे पशुपालन और पशुपालक के लिए चारण जमीन - गोचर जमीन को आरक्षित रखने का प्रस्ताव भी मंजूर हुआ। गोचर जमीन को लेकर एक बड़ा आंदोलन देश मे होता रहा है । गुजरात इसमें अग्रेसर रहा है। गौचर - गुर्जरों की भूमि के रूप में गुजरात को जाना पहेचाना जाता है। गुजरात गुजरात तथा देश मे महारानी अहिल्याबाई होल्कर के राज से या, कहे तो कृष्ण काल से चारण जमीन पशुपालक के लिए आरक्षित रहा है। शायद इसलिए *सब भूमि गोपाल की* ऐसा कहा जाता है। मुम्बई हाईकोर्ट में वकील रहे स्वर्गीय मगनभाई रबारी तथा राजस्थान के श्री उमेदसिंग रबारी इनका बहोत बडा योगदान इस क्षेत्र में रहा है। पत्रिका यशवंत नायक जुलाई 2005 मे कुमार सुदर्शन लिखित *गुजरात मध्ये गैचर बचाओ आंदोलन* और जुलाई 2007 मे एस एल अक्कीसागर लिखित *गायरान विना गोरक्षण कसे होणार ?* ये 2 न्यूज साथ मे भेज रहे है। जिनके द्वारा गोचर बचाओ आन्दोलन को किस तरह इस देश की सरकार ने रोन्ध डाला, ये हम देख सकते है समझ सकते है। शिमोगा में आयोजित गौमाता कार्यक्रम को हमारे मित्र स्व. मगनभाई रबारी गए थे, जिनको हमारे मित्र डॉ जे पी बघेल गौचर आंदोलन के भीष्म पितामह मानते है। उस सभा मे बोलने का मौका उन्हे दिया नही गया, तो उन्होंने स्वयम पत्रकर परिषद बुलाकर अपनी बात को रखा। अनेक कन्नड़ पत्रिकाओं में उसके समाचार आये। मैंने उसका मराठी अनुवाद कर के अपनी पत्रिका यशवंत नायक में डाला। कृपया उसे पढ़े। उसमे स्व. मगनभाई कहते है की शिमोगा के गौमाता बचाओ कार्यक्रम में एक भी गोपालक नहीं था। देश की सारी जमीन कॉर्पोरेट सेक्टर के पूंजीपतियों के कब्जे में दे गई हैं। विदेश को मांस सप्लाय करने वाले, देश के 10 बडे व्यापारियों में एक भी मुस्लिम नही है, ये बात मुझे उमेदसिंग रबारी बता रहे थे। शेफर्ड समाज के राजनेता तथा समाजसेवी चोला पहने हुए नेताओं पर रोष जताते हुये उमेदसिंग जी मुझे निराश और चिंतित लगे। शेफर्डस इंडिया इंटरनेशनल ने पहल किया है। लालजीभाई देसाई का इस क्षेत्र में देश - विदेश में काम हो रहा है, आप बता रहे थे। तब मुझे स्वर्गीय मगनभाई रबारी की याद आयी।
इस माध्यम से उनके स्मृति को श्राद्धसुमन अर्पण करते इस पोस्ट को आप से शेअर कर रहा हूं। उसे पढ़े, फॉरवर्ड करे उसपर चर्चा करें, जागृत बने। इसी उम्मीद के साथ....
*शेफर्डस जागो !*
*पशुपालक जागो !!*
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